मुर्दे भी बिगाड़ सकते हैं शहर की कानून व्यस्था


शहर बड़ा ही सेंसटिव है. छोटी छोटी बात पर अक्सर यहां का माहौल खराब हो जाता है और शांति भंग का खतरा बना रहता है. लेकिन, ये शहर इतना संवेदनशील है कि मुर्दों और बच्चों से भी इसे खतरा रहता है. शहर में 73 ऐसे लोग हैं जो मरने के बाद भी शहर के लिए खतरा हैँ

कानपुराइट्स को 64 दिनों के बाद ‘पेन रिलीफ’


कानपुर (ब्यूरो)। ई बसों के अयोध्या चले जाने से 64 दिनों से परेशानी झेल रहे लाखों कानपुराइट्स को राहत मिल गई है। थर्सडे से एक बार फिर से सिटी के 13 निर्धारित रूटों पर एसी ई-बसों का संचालन शुरू हो गया है। लिहाजा अब कानपुराइट्स को सिटी व आसपास के तीन शहरों में आने जाने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी। निर्धारित रूटों में हर 15 से 20 मिनट में उनको एसी बस मिलेगी।

तहसील में मल्टीलेवल पार्किंग को ग्रीन सिग्नल


एनओसी के कारण शहर में लटके हुए डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स के फिर से शुरू होने के का रास्ता साफ हो गया है. कचहरी के पास तहसील कैम्पस में मल्टीलेवल पार्किंग को भी ग्रीन सिग्नल मिल गया है. पार्किंग के निर्माण से पहले यहां खोदाई का काम भी शुरू हो गया है. जल निगम की कंपनी कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज (सीएंडडीएस) ने प्रस्तावित स्थल पर लेवलिंग के साथ ही स्वाइल टेस्टिंग के लिए खोदाई का काम शुरू किया है.