कानपुर में सज गई लूट की दुकाने-स्कूल कलंक कथा


सत्र 2018-19 ने दस्तक दे दी है। नया सत्र आते ही अभिभावकों की परेशानियां बढ़ गई हैं। उनकी चिंता महंगी किताबें, कॉपियां, स्टेशनरी, यूनिफॉर्म के साथ बसों का बढ़ा किराया भी है। पर, इससे भी अधिक उन्हें फीस को लेकर चिंता सता रही है क्योंकि जब तक स्कूल पूरी तरह अभिभावकों को अपने जाल में फंसा नहीं लेते, तब तक वे फीस की जानकारी नहीं देते हैं।

शिक्षाविदों की राय :

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